सुदीप्तो सैन की 5 मई को आने वाली हिन्दी फिल्म द केरला स्टोरी (The Kerala Story) का ट्रेलर रिलिज होने के बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्माया हुआ है जो हमारी शासन व्यवस्था के साथ ही हमारी न्याय प्रणाली पर भी कई सवाल खडे करता है।
भारत विश्व का सबसे बडा धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक व्यवस्था है जो मानव को मानव के प्रति समर्पित होने की शिक्षा देती है लेकिन द केरला स्टोरी (The Kerala Story) के ट्रेलर में तथ्य सामने आये है अगर सच्चाई पर अधारत है तो हमारे जहन में कई सवालों का आना भी लाज़मी होगा क्योकी भारत में सामप्रदायिकता जैसे माहौल को संवैधानिक रूप से आजादी नही है और जिस तरह का माहौल द केरला स्टोरी (The Kerala Story) में बताया गया है धर्म के डर से सुरक्षित माहौल बता कर मानसिकता पर कुठाराघात कर समाज मे धर्म परिर्वतन करने पर मजबूर करने जैसा माहौल तैयार होना भी कोई कमजोर खेल नही।
केरला हाईकोर्ट में 2009 में पहली बार प्रेम प्रसंग द्वारा धर्मापरिर्वतन जैसे मामला पहली बार चर्चा मे आया था जिसके बाद लव जैहाद जैसे शब्द सामने आये थे उसके बाद से सरकारे एक्सशन मोड में आई और कई मामलों में जांच भी की गई जिसमें कर्नाटका हाईकोर्ट के आदेश गठित एसआइटी द्वारा वर्ष 2005 से 2009 के बीच लापता 21890 लडिकयों की जांच प्रमुख हैँ इसमे 229 लडकों ने दुसरे धर्मो में शादी की जिनमे 63 ने धर्म परिर्वतन मामले जांच में सामने आये। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार 149 हिन्दू लडकीयों ने मुस्लिम लडकों से निकाह किया, 38 मुस्लिम, 20 क्रिश्चन लडकियों ने हिन्दू लडकों से शादी की वही 10 हिन्दू , 1 मुस्लिम लडकियों ने हिन्दू लडको से शादी की वही 11 क्रिश्चन लडकियों न मुस्लिम लडकों से निकाह करने के मामले भी जांच में सामने आऐ है जिसमें लव जैहाद द केरला स्टोरी (The Kerala Story) जैसा कोई ठोस तथ्य जांच में नही आया।
द केरला स्टोरी – एक परिचय : द केरला स्टोरी (The Kerala Story) सुदीप्तो सैन, सूर्यपाल, विपुल अमृत लाल शाह द्वारा लिखित एवं अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी सिद्वि इडनानी के अभीनय के साथ्ज्ञ संजय शर्मा द्वारा संपादत हिन्दी फिल्म है जिसमे दर्शाया गया है कि हिजाब पहनने वाली लड़कियो के साथ कभी बलात्कार जैसी घटना नही होती साथ मुस्लिम धर्म में महिलाऐ सुरक्षित होती है सुरक्षा के आधार पर हिन्दु लड़कियों का धर्म परिर्वतन कर चरमपंथी इस्लामिक स्टेट आफ इराक एण्ड सीरिया से शामिल हो जाती है। फिल्म केरला क्षैत्र की की सच्ची घटनाओ के आधारित होने का दावा करके कई विवादो को जन्म दे सकती है। फिल्म के विरोध में केरल सहित अन्य कई प्रदेशों के राजनैतिक दल विराध में मैदान में उतर चुके है। अब देखना होगा फिल्म पर्दे पर सफल होती है विरोध के सफल प्रयोसे से असफलता के दल-दल में जायेगी।