शहर के प्राचीन भगवान जगन्नाथ मंदिर से पहली बार शोभायात्रा निकाली गई।
जोधपुर के भीतरी शहर के लिए मंगलवार का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास था। पहली बार शहर में 350 साल पुराने मंदिर से भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा निकाली गई। आमतौर पर यहां पर जगन्नाथ के विग्रह को दर्शन के लिए रखा जाता है लेकिन इस बार अनूठी पहल की गई।
इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया पूरे मार्ग में भगवान जगन्नाथ के जयकारों के बीच जब यह शोभायात्रा निकली तो मार्ग में कई जगह पर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम को लेकर पिछले कई दिनों से मंदिर में तैयारियां की जा रही थी।
पहली बार निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।
पहली बार निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।
मंदिर के महंत हर नारायण शर्मा ने बताया कि सुबह 9:00 बजे से निकली शोभायात्रा शहर के सुनारों की घाटी सिटी पुलिस कटला बाजार कुंज बिहारी मंदिर से वापस सुनारों की घाटी पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान युवाओं ने भगवान जगन्नाथ के जयकारे भी लगाए।
रथ यात्रा में शामिल होने के लिए युवा पारंपरिक धोती कुर्ता की वेशभूषा में पहुंचे। महिलाएं भी बड़ी तादाद में शामिल हुईं।
मंदिर के पुजारी पीयूष शर्मा ने बताया कि हर बार यहां पर भगवान जगन्नाथ के विग्रह को दर्शन के लिए रखा जाता है लेकिन पहली बार रथ यात्रा निकाली गई। इससे पूर्व मंदिर में हवन पूजन किया गया।
वहीं शोभा यात्रा पूर्ण होने के बाद शाम को महायज्ञ होगा इसके बाद महाआरती उतारी जाएगी। जिसमें बड़ी संख्या में शहर के श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। महा प्रसादी का भी वितरण किया जाएगा।
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