राजस्थान में शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण को लेकर राज्य सरकार की ओर से कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में अब गहलोत सरकार (Gehlot government) ने पेपर लीक मामले में बर्खास्त वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा के पदोन्नति आदेश जारी करने के प्रकरण में तीन अधिकारियों को निलंबित किया है।
जारी हुए आदेश के मुताबिक़ जिन तीन शिक्षा अधिकारियों पर निलंबन कार्रवाई हुई है, उनमें-
- प्रीति जालोपिया, अनुभाग अधिकारी विभागीय जांच (मूल पद प्रधानाचार्य)
- संदीप जैन, अनुभाग अधिकारी संस्थापन एबी सेक्शन (मूल पद प्रधानाचार्य)
- हरिश परमार कार्यवाहक प्रधानाचार्य (मूल पद वरिष्ठ अध्यापक) महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भामरी, सिरोही शामिल हैं।
इन तीनों अधिकारियों को उप प्राचार्य से प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति के बाद पदस्थापन आदेश जारी करने में हुई त्रुटि के लिए राजकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही व उदासीनता बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
आदेश के तहत इन सभी शिक्षा अधिकारियों को नियमानुसार निर्वाह भत्ता देय होगा, साथ ही निलम्बन काल में इनका मुख्यालय संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा विभाग, जयपुर रहेगा।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक एपीओ
इससे पहले राज्य गहलोत सरकार (Gehlot government) ने शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में बर्खास्त वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा के पदोन्नति आदेश जारी करने के मामले को गंभीरता से लिया और माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से पदस्थापन आदेश की प्रतीक्षा (एपीओ) कर दिया है। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने सोमवार को ही आदेश जारी कर दिए। स्कूल शिक्षा विभाग को निदेशालय स्तर पर इस प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले अन्य अधिकारियों एवं कार्मिकों पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
अप्रैल माह में किया था बर्खास्त
राज्य गहलोत सरकार (Gehlot government) द्वारा द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा मामले में पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। प्रकरण के एक आरोपी शिक्षक अनिल कुमार मीणा को एसओजी ने गिरफ्तार किया था। उसे राजकीय सेवा से 26 अप्रेल 2023 को बर्खास्त कर दिया गया था।
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